'सिस्टम की गड़बड़ी से मारे गए मेरे पिता'

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रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात भागे थे सिमी कार्यकर्ता
भोपाल में 8 सिमी सदस्यों के जेल से भागने के दौरान मारे गए हवलदार रमाशंकर यादव के घर अब मातम पसरा है. लगभग एक महीने बाद उनकी बेटी सोनिया यादव की शादी होने वाली थी, लेकिन अब सारी ख़ुशी मातम में बदल चुकी है.
भोपाल से स्थानीय पत्रकार शुरैह नियाज़ी ने जब यादव परिवार से मुलाक़ात की, तो पाया कि रमाशंकर की बेटी सोनिया यादव इस हादसे के बाद जैसी टूट सी गई हैं.
यादव परिवार के लोग इस हादसे पर ज़्यादा कुछ बोलना नहीं चाहते. लेकिन उनके छोटे बेटे प्रभु यादव का मानना है कि सिस्टम की गड़बड़ी का ख़ामियाज़ा उनके पिता को उठाना पड़ा.
उन्होंने बीबीसी को बताया, "सिस्टम की गड़बड़ी की वजह से वो (क़ैदी) बाहर निकल गए. उन्होंने हथियार बना लिए, चादर निकाल ली. ये सब सिस्टम की ही तो गड़बड़ी है."
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रमाशंकर यादव का शोक-संतप्त परिवार
प्रभु यादव कुछ और सवाल भी उठाते हैं. उन्होंने कहा, "सब जानते हैं कि मैनपावर की कमी है. लेकिन जो मैनपावर है, उसका इस्तेमाल किस तरह से और कहां किया जा रहा है ये तो विभाग ही बता सकता है."
उन्होंने ये भी कहा कि जिस जगह पर उनकी (रमाशंकर की) तैनाती थी, वहां किसी नौजवान को तैनात किया जाना चाहिए था, ना कि उनके पिता जैसे किसी उम्रदराज़ व्यक्ति को. उनका कहना है कि रमाशंकर यादव, दिल की बीमारी से जूझ रहे थे और काफी बीमार रहते थे.
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रमाशंकर यादव के छोटे बेटे प्रभु यादव
वहीं असम में सेना में हवलदार के पद पर तैनात रमाशंकर का बड़ा बेटा शंभू यादव इस मसले पर कुछ भी नही बोलना चाहता है. उन्होंने सिर्फ़ इतना कहा, "बहुत सारे विषय जांच के हैं. स्टाफ को देखना है कि वो कैसे निकले और किन हालात में ये घटना हुई. मैं इस पर कुछ ज्यादा बताने की स्थिति में नहीं हूं."
रमाशंकर यादव का अंतिम संस्कार मंगलवार को कर दिया गया. मंगलवार सवेरे अधिकारियों और नेताओं का जमावड़ा लगा रहा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी रमाशंकर यादव के घर पहुंचे और उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा, "देश के कुछ नेताओं को शहीदों की शहादत नहीं दिखती और वो वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं....ऐसी राजनीति पर लानत है."
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रमाशंकर यादव की अंतिम यात्रा
भोपाल में सोमवार को सिमी के 8 कार्यकर्ताओं की कथित मुठभेड़ में मौत हो गई थी. ये भोपाल सेंट्रल जेल में दीपावली की रात हवलदार रमाशंकर यादव की हत्या कर जेल से फरार हुए थे. उसके बाद पुलिस ने भोपाल के बाहर एक मुठभेड़ में इनकी मौत की ख़बर दी.