#100women: औरतें जो हैं बेख़ौफ़, दमदार और असरदार

"तुम्हारे उस टैंक जैसे बंद और मज़बूत
घर से बाहर
लड़कियां काफी बदल चुकी हैं
मैं तुम्हें यह इजाज़त नहीं दूंगा
कि तुम उसकी सम्भावना की भी तस्करी करो
वह कहीं भी हो सकती है
गिर सकती है
बिखर सकती है
लेकिन वह ख़ुद शामिल होगी सब में
ग़लतियां भी ख़ुद ही करेगी
सब कुछ देखेगी शुरू से अंत तक
अपना अंत भी देखती हुई जाएगी
किसी दूसरे की मृत्यु नहीं मरेगी "
कवि आलोक धन्वा ने जिन बेख़ौफ़ औरतों की बात अपनी कविता में कही थी बीबीसी #100Women सिरीज़ एक बार फिर वैसे ही औरतों से आपको मिलवाएगा. उनकी कहानियों का मनेगा जश्न बीबीसी हिंदी के पन्ने पर 21 नवंबर से.
#100Women है क्या
बीबीसी #100Women पिछले चार सालों से चल रही विशेष सिरीज़ है जिसमें हम पूरी दुनिया की औरतों के संघर्ष और कामयाबी की कहानी को सामने लाते हैं आपसे बांटने के लिए.
हम ये क्यों करते हैं?
ताकि बीबीसी उन औरतों की संख्या में इज़ाफा कर सके जो हमारी ख़बरों का हिस्सा बनती है या जो हमारी ऑडियंस हैं.
महिलाओं पर केंद्रित बीबीसी की ख़ास पेशकश.
हम लगातार इन सवालों को पूछते आ रहे हैं कैसे बढ़ेगी और बढ़ रही है औरतों की भागेदारी 21वीं सदी की दुनिया में औरतों के सामने सबसे बड़ी चुनौतियां क्या हैं और अवसर?
और मीडिया - वो क्या उनकी कहानियों, उनके अनुभवों को सही तरीके से जगह दे रहा है?
इस बार भी - कुछ ऐसे ही तीखे और ज़रूरी सवालों के साथ हम ला रहे हैं #100Women.
आप भी हमारी इस पहल में शामिल हो कर हमारे फ़ेसबुक और यूट्यूब पेज पर और अपनी टिप्पणियाँ और कहानियाँ शेयर करें #100WOMEN के साथ.
औरतों से जुड़े कई कहे-अनकहे मुद्दों के बारे में अगले तीन हफ़्ते तक हम आपसे जुड़ेंगे... फ़ेसबुक लाइव के ज़रिए भी.
इसके अलावा आठ दिसंबर को बीबीसी पर होगा विशेष कार्यक्रम एडिट-थॉन. सवाल है कि क्या इंटरनेट की दुनिया महिला विरोधी है?
विकीपीडिया यूँ तो दुनिया की सातवीं सबसे मशहूर वेबसाइट है लेकिन विकीपीडिया पर 15 फ़ीसदी से भी कम ऐसी प्रोफ़ाइल हैं जो महिला हस्तियों के बारे में है.
तो विकीपीडिया के साथ मिलकर बीबीसी आठ दिसंबर को विशेष एडिट-थॉन चलाएगा जिसमें हम आपके साथ मिलकर उन औरतों को विकीपीडिया के पन्ने पर लाएंगे जिनके बारे में दुनिया को जानना ज़रूरी है. आप भी ये पन्ने हिंदी, अंग्रेज़ी या किसी भी क्षेत्रीय भाषा में बना सकते हैं.
हमें आपके सुझावों, टिप्पणियों का इंतज़ार रहेगा.
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