तीन अलग-अलग पार्टी के सीएम बनने वाले खांडू
- दिलीप शर्मा
- स्थानीय पत्रकार, बीबीसी हिंदी डॉटकॉम के लिए

इमेज स्रोत, Dilip Sharma
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू पांच महीने में तीन अलग-अलग पार्टियों की तरफ़ से मुख्यमंत्री बनने वाले नेता बन गए हैं.
ये तब हुआ जब शनिवार को खांडू समेत उनकी पीपुल्स पार्टी ऑफ़ अरुणाचल प्रदेश (पीपीए) के 33 विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए.
पढ़ें: हटाए गए अरुणाचल के राज्यपाल
इस तरह प्रदेश में अब भाजपा की सरकार बन गई है और पेमा खांडू कांग्रेस समेत तीन पार्टियों की तरफ़ से मुख्यमंत्री बन चुके हैं. ये सब कुछ महज़ पांच महीने के अंतराल में हो गया.
विधानसभा अध्यक्ष से मुलाक़ात करने के बाद शनिवार, 31 दिसंबर को पेमा खांडू ने स्थानीय मीडिया से कहा कि कारण बताओ नोटिस दिए बग़ैर विधायकों को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है.
खांडू ने कहा, "पीपीए ने जिस गल़त तरीक़े से विधायकों को निलंबित किया, उससे पार्टी के दो तिहाई से ज्यादा विधायकों ने भाजपा में शामिल होने का निर्णय ले लिया. पीपीए की यह कार्रवाई हमारे लिए फायदेमंद ही रही."
इस बीच बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने भी एक ट्वीट कर कहा, "अरुणाचल में अब भाजपा की सरकार बनने जा रही है."
माधव ने अपने ट्वीट में मुख्यमंत्री खांडू समेत पीपीए के 33 विधायकों के बीजेपी में शामिल होने की बात कही.
इमेज स्रोत, Dilip Sharma
इन 33 विधायकों के भाजपा में आ जाने से पार्टी के कुल विधायकों की संख्या 45 हो गई है. जबकि दो निर्दलीय विधायकों ने भी बीजेपी की नई सरकार को अपना समर्थन दिया है.
अरुणाचल प्रदेश की 60 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के पास पहले से ही 12 विधायक थे.
पेमा खांडू ने सबसे पहले इस साल 17 जुलाई को कांग्रेस की तरफ़ से प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी.
लेकिन सितंबर में खांडू समेत कांग्रेस के 42 विधायक क्षेत्रीय दल पीपीए में शामिल हो गए थे.
उसके बाद 29 दिसंबर यानी गुरुवार को पीपीए ने मुख्यमंत्री खांडू और उपमुख्यमंत्री चाउना मीन के साथ पांच अन्य विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया था.
पीपीए ने खांडू को हटाकर उनकी जगह तकाम पारियो को नया मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की थी. उसके बाद पेमा खांडू अपने साथ 33 विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए.
मुख्यमंत्री खांडू ने अपने तीन कैबिनेट मंत्री तकाम पारियो, राजेश ताचो और टंगा बायलिंग को मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया है.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए यहां क्लिक करें. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं.)