गाय का आदर करता हूँ: हरीश रावत
- नितिन श्रीवास्तव
- बीबीसी संवाददाता, नई दिल्ली

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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस बात से इनकार किया है कि उन्होंने कभी कहा था कि 'गोहत्या करने वालों को भारत में रहने का कोई हक़ नहीं'.
राज्य में 15 फ़रवरी को मतदान होना है. और इसी की सरगर्मी के बीच बीबीसी से हुई ख़ास बातचीत में उन्होंने कहा कि, "भारत के अलग-अलग राज्यों में अलग स्थितियां हैं और हरीश रावत ऐसे बयान कभी नहीं देता".
मीडिया में आई खबरों के अनुसार नवंबर, 2015 में हरिद्वार में एक समारोह के दौरान हरीश रावत ने ऐसा बयान दिया था और बाद में उससे इनकार किया था.
उन्होंने कहा, "मैं गाय का आदर करता हूँ इसलिए मैंने उत्तराखंड में गंगा गाय योजना शुरू की है और गो-सदनों को प्राथमिकता दे रहा हूँ. अभी-अभी एक गोसदन को साढ़े बारह एकड़ ज़मीन भी आवंटित की है जिससे गोसंरक्षण हो सके".
मैं गाय का बहुत आदर करता हूं: हरीश रावत
पूछे जाने पर कि क्या इस तरह से फ़ैसलों से वे और प्रदेश में उनकी कांग्रेस पार्टी, विपक्षियों के 'वोट बैंक पर सेंध लगाने के प्रयास में है", हरीश रावत ने कहा, "उत्तराखंड में हर व्यक्ति को अपने धर्म के अनुसार आचरण करने की सुरक्षा देना हमारी ज़िम्मेदारी है और हम वही करते हैं".
बहरहाल, इस बातचीत में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने केंद्र में आसीन भारतीय जनता पार्टी सरकार पर 'प्रदेश में न सिर्फ़ नोटबंदी बल्कि आटाबंदी तक थोपने' के आरोप लगाए हैं.
उन्होंने कहा, "केंद्र की भाजपा सरकार ने कई उत्तराखंड विरोधी फ़ैसले लिए, दल-बदल थोपा है. उन्होंने लोकतंत्र की हत्या की और ये मैं नहीं न्यायिक प्रक्रिया के फ़ैसलों में साफ़ कहा गया है".
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