‘नाजायज़ संबंध’ पर पंचायत ने दी पेड़ से लटकाकर पीटने की सज़ा, 12 गिरफ़्तार
- समीरात्मज मिश्र
- बीबीसी हिंदी के लिए

इमेज स्रोत, SAURABH SHARMA/BBC
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर ज़िले से दो ऐसे वीडियो सामने आए हैं कि देखने वालों के दिल दहल जाएं, क़ानून का शासन मज़ाक लगने लगे और समाजशास्त्री ये तय न कर पाएं कि ये 21वीं सदी की सच्चाई है या फिर आदिम युग की कल्पना का चलचित्र.
इनमें से एक वीडियो में एक पुरुष को पेड़ पर उल्टा लटका दिया गया है और कई लोग उसे जैसे मन कर रहा है, पीट रहे हैं. व्यक्ति रहम की भीख मांग रहा है लेकिन सच्चाई ये है कि वो जिनसे रहम की भीख मांग रहा है, दरअसल वो उन्हीं लोगों के क़ानून द्वारा मुकर्रर की गई सज़ा को भुगत रहा है.
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प्रेम करने के 'गुनाह' की सज़ा
दूसरे वीडियो में पेड़ पर लटकी एक महिला को पहले एक व्यक्ति बेल्ट उतार कर पीट रहा है, उसके बाद अन्य लोग अपनी इच्छानुसार पीट रहे हैं. महिला की चीखने और 'मदद की गुहार' लगाती आवाज़ें साफ़ सुनाई दे रही हैं.
ये दोनों वीडियो बुलंदशहर ज़िले में स्याना थाना क्षेत्र के लौंगा गांव के हैं. दोनों वीडियो एक ही समय के हैं. पिटने वाली महिला और पुरुष पर आरोप है कि उन्होंने एक-दूसरे से प्रेम करने का 'गुनाह' किया, गांव के लोगों को शक था कि उनके बीच अवैध संबंध हैं और फिर इसी जुर्म में गांव की पंचायत ने उन्हें ये सज़ा सुनाई.
दोनों को गांव में सार्वजनिक तौर पर पीटा जा रहा है और आस-पास खड़े दर्जनों लोग इस 'तमाशे' को देख रहे हैं.
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अब तक 12 लोगों की गिरफ़्तार
वीडियो सामने आने और फिर पीड़ित व्यक्ति की शिकायत पर पुलिस ने दर्जनों अज्ञात लोगों पर मुक़दमा दर्ज किया. कुछ लोग नामज़द भी किए गए और अब तक पुलिस 12 लोगों को गिरफ़्तार कर चुकी है. पुलिस ने एक मुकदमा महिला की शिकायत पर भी दर्ज किया है.
बुलंदशहर के एसपी सिटी प्रवीण रंजन सिंह ने बीबीसी को बताया, "कई अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज किया गया है जिनमें आठ लोग नामज़द थे. 12 लोग अब तक गिरफ़्तार किए जा चुके हैं जिनमें सभी नामज़द अभियुक्त भी शामिल हैं. बाकी लोगों की भी तलाश हो रही है."
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क्या है पूरा मामला?
बताया जा रहा है कि लौंगा गांव की रहने वाली एक विवाहित महिला गांव के ही एक युवक के साथ अपनी मर्जी से कहीं चली गई थी. महिला पांच-छह दिन तक उसी के साथ रही. महिला के वापस गांव लौटने के बाद पंचायत हुई और फिर दोनों को पीटने की सज़ा सुनाई गई.
घटना को कवर करने वाले बुलंदशहर के पत्रकार सौरभ शर्मा बताते हैं, "इस गांव में ज़्यादातर लोध समाज के लोग हैं. महिला के गैर पुरुष के साथ जाने पर गांव में पंचायत हुई. महिला जिस युवक के साथ गई थी वो भी उनके परिवार का है और रिश्ते में महिला के पति का भाई लगता है. पंचायत करने वालों में एक पूर्व प्रधान भी हैं और उन्हें इस पर कोई पछतावा भी नहीं है. उनके मुताबिक ऐसा इसलिए किया गया है ताकि गांव के दूसरे लोग भी इससे सबक़ ले सकें."
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सोशल मीडिया से मामला सामने आया
बताया जा रहा है कि पंचायत के आदेश पर ही महिला को पूरे गांव के सामने पेड़ से बांध दिया गया और पहले महिला के पति ने उसकी बेल्ट व डंडों से पिटाई की, बाद में अन्य लोगों ने भी. वहीं दूसरी ओर, उसी पेड़ से बांधकर युवक की भी पिटाई की गई. स्थानीय लोगों के मुताबिक युवक की पिटाई करने वालों में युवक के पिता भी शामिल हैं. पुलिस ने उन्हें भी गिरफ़्तार करके जेल में डाल दिया है.
पुलिस के मुताबिक दोनों ही वीडियो एक ही दिन के हैं और एक ही समय के हैं. बताया जा रहा है कि भीड़ में से ही किसी ने चुपके से वीडियो बना लिया और फिर उसे सोशल मीडिया में डाल दिया. पुलिस को तब तक इस घटना की कोई जानकारी नहीं थी जब तक कि ये वीडियो सामने नहीं आया.
फ़िलहाल पीड़ित महिला अपने मायके चली गई है और युवक गांव में ही है. सौरभ शर्मा के मुताबिक बुलंदशहर की ज़िलाधिकारी रोशन जैकब ने महिला को आवास और एक सामाजिक संस्था से कुछ आर्थिक मदद दिलवाई है.