प्रेस रिव्यू: सुप्रीम कोर्ट ने कहा, बलात्कार और यौन शोषण के पीड़ित बालकों को भी मिले मुआवजा

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सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि बलात्कार, यौन उत्पीड़न और तेजाबी हमलों के मामलों में जिस तरह पीड़ित बच्चियों को मुआवजा मिलता है, ठीक वैसे ही पीड़ित बालकों को भी मुआवजा मिलना चाहिए.

यह ख़बरदैनिक जागरण समेत कई अख़बारों ने प्रमुखता से छापी है.

अदालत ने कहा है कि पीड़ितों के साथ जेंडर यानी लिंग के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए.

यह आदेश बुधवार को जस्टिस मदन बी लोकुर की अध्यक्षता वाली पीठ ने यौन उत्पीड़न के शिकार लोगों के मुआवजे पर बनी योजना को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई के दौरान दिया.

सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हर जीवन अनमोल है और कोई भी अदालत रुपये-पैसे की दृष्टि से उसका आकलन नहीं कर सकती है.

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रुपये की गिरती क़ीमत से न घबराएं: अरुण जेटली

इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि डॉलर के मुक़ाबले रुपये की गिरती क़ीमत पर चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है क्योंकि इसके पीछे वैश्विक वजहें हैं.

जेटली ने कहा, ''डॉलर की तुलना में रुपये के कमज़ोर होने के पीछे कोई घरेलू कारण नहीं है. अगर आप देखें तो पाएंगे कि पिछले कुछ दिनों में डॉलर लगभग सभी विदेशी मुद्राओं के मुक़ाबले मज़बूत हुआ है.''

जेटली ने कहा कि भारतीय रिज़र्व बैंक रुपये की क़ीमत को काबू में करने के लिए पूरी कोशिशें कर रहा है और उन्हें यक़ीन है यह जल्दी स्थिर हो जाएगा.

सोमवार को भारतीय रुपये की क़ीमत डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड 71.21 तक पहुंच गई थी.

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मॉब लिंचिंग को काबू में करने के लिए मंत्रियों की बैठक

अंग्रेजी अख़बारद हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक मंत्रियों का समूह (जीओएम) गुरुवार को मॉब लिंचिंग को काबू में करने के उपायों पर चर्चा करेगा.

इस बैठक की अध्यक्षता गृहमंत्री राजनाथ सिंह करेंगे. यह बैठक मॉब लिंचिंग पर एक पैनल की सिफ़ारिशें आने के बाद हो रही है.

पैनल की रिपोर्ट में कहा गया है कि सोशल मीडिया का अनुशासित इस्तेमाल मॉब लिंचिंग को रोकने में अहम भूमिका निभा सकता है.

हाल के महीनों में सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सऐप और फ़ेसबुक पर फैली अफ़वाहों की वजह से मॉब लिंचिंग की कई घटनाएं सामने आई थीं.

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शाहरुख़ ख़ान के जन्माष्टमी मनाने पर भड़के उलेमा

बॉलीवुड स्टार शाहरुख ख़ान ने अपने घर पर जन्माष्टमी का त्योहार मनाया लेकिन देवबंद के उलेमाओं को यह रास नहीं आया.

नवभारत टाइम्स की ख़बर के मुताबिक शाहरुख ने मुंबई में जन्माष्टमी पर अपने घर पर दही हांडी फोड़ी थी जिसके बाद उलेमा उनसे ख़फ़ा हो गए.

उन्होंने इसे नाजायज़ और इस्लाम में हराम बताया है. उलेमाओं का कहना है कि इस्लाम में दूसरे धर्म के त्योहार मनाने पर पाबंदी है.

देवबंद के उलेमा मौलाना नदीम उल वाजदी के मुताबिक एक मुसलमान का हिंदू त्योहार मनाना और उसमें शामिल होना शरीयत के हिसाब से ग़लत है.

उन्होंने कहा कि इस्लाम इस बात की इजाज़त नहीं देता कि कोई मुसलमान अपने घर पर ग़ैर-इस्लामिक त्योहार मनाए.

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