#Balakot: भारतीय वायु सेना की कार्रवाई पर भारत सरकार ने क्या कहा

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भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया है कि भारतीय वायुसेना ने ख़ुफ़िया जानकारी के बाद नियंत्रण रेखा पार कर जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े कैंप को तबाह कर दिया है.
विदेश सचिव ने मंगलवार तड़के हुई कार्रवाई के बारे में ये जानकारी दीः
- विश्वसनीय सूचना मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद देश के दूसरे हिस्सों में आत्मघाती हमले की तैयारी कर रहा था और इसके लिए फ़िदायीन जिहादियों को प्रशिक्षण दिए जा रहे थे.
- ऐसे में किसी संभावित हमले को रोकने के लिए जवाबी कार्रवाई करना बिल्कुल ज़रूरी हो गया.
- मंगलवार तड़के भारत ने बालाकोट में जैश के सबसे बड़े ट्रेनिंग कैंप को निशाना बनाया.
- इस अभियान में जैश के चरमपंथियों, प्रशिक्षकों, वरिष्ठ कमांडरों और वहाँ प्रशिक्षण ले रहे जिहादियों को ख़त्म कर दिया गया.
- बालाकोट के इस कैंप का मुखिया मौलाना यूसुफ़ अज़हर उर्फ़ उस्ताद ग़ौरी था जो कि जैश प्रमुख मसूद अज़हर का संबंधी है.
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- इस हमले में विशेष तौर पर केवल जैश के शिविर को निशाना बनाया गया और विशेष ध्यान रखा गया कि आम लोग इसकी चपेट में ना आएँ.
- ये कैंप घने जंगलों में एक पहाड़ी पर था जो आम आबादी वाले इलाक़े से दूर है.
- ये हमला थोड़ी देर पहले हुआ है इसलिए अभी विस्तृत ब्यौरे की प्रतीक्षा की जा रही है.
- 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने आत्मघाती हमला किया था, जिसमें भारतीय सेना के 40 जवान मारे गए थे.
- जैश-ए-मोहम्मद पिछले दो दशक से पाकिस्तान में सक्रिय है और इसका नेतृत्व मसूद अज़हर कर रहा है जिसका मुख्यालय बहावलपुर में है.
- इस संगठन ने कई हमलों को अंजाम दिया है, जिसमें भारतीय संसद, पठानकोट का हमला शामिल है.
- इनके ट्रेनिंग कैंप पाकिस्तान और "पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर" में चलते हैं, जिसे पाकिस्तान समय-समय पर जगह मुहैय्या कराता आया है, हालांकि पाकिस्तान संगठन के अस्तित्व को ख़ारिज करता रहा है.
- इन कैंपों में हज़ारों जिहादियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, जो बिना पाकिस्तान की सरकार की जानकारी से संभव नहीं है.
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