हाथरस मामला: राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के 200 कार्यकर्ताओं के खिलाफ़ एफ़आईआर दर्ज

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत क़रीब 200 कांग्रेस कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ आईपीसी की कई धाराओं और महामारी एक्ट के अंतर्गत ग्रेटर नोएडा के इकोटेक थाने में एफ़आईआर दर्ज करायी गई है.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने गौतमबुद्धनगर पुलिस के हवाले से यह ख़बर दी है.
एजेंसी की ख़बर के मुताबिक़, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अन्य लोगों पर आईपीसी की धारा 188, 269 और 270 के अंतर्गत एफ़आईआर दर्ज की गई है.
इससे पूर्व उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित लड़की से कथित गैंगरेप और मौत के बाद उसके परिवार से मिलने हाथरस जा रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को रास्ते में हिरासत में ले लिया गया था.
गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए हाथरस रवाना हुए थे लेकिन ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर पुलिस बल ने उनकी गाड़ी को रोक दिया गया. इसके बाद राहुल गांधी गाड़ी से उतर कर पैदल ही आगे बढ़ने लगे.
पुलिस ने उन्हें पैदल भी आगे नहीं जाने दिया और उनके साथ धक्का-मुक्की भी की गई. इस धक्का-मुक्की में राहुल गांधी ज़मीन पर गिर गए थे.
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उन पर यूपी पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया है.
कांग्रेस का आरोप है कि दिल्ली महिला कांग्रेस की प्रमुख अमृता धवन के साथ पुलिस की धक्का-मुक्की के दौरान उनके कपड़े भी फाड़ दिए गए.
राहुल गांधी ने पुलिस से कहा, ''मैं अकेला जाना चाहता हूं, शांति से जाना चाहता हूं. 144 कहता है भीड़ नहीं जुट सकती, सभा नहीं हो सकती, मैं ये तो कर ही नहीं रहा हूं, मैं अकेले जाना चाहता हूं. मुझे किस धारा के तहत गिरफ़्तार किया जा रहा है. 188 के तहत मुझे कैसे गिरफ़्तार किया जा रहा है, क्यों मैं अकेला नहीं जा सकता? मैंने कौन से ऑर्डर नहीं माने.''
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि बर्बर ढंग से लाठी चार्ज किया गया जिसमें कांग्रेस के कई कार्यकर्ता घायल हैं. उन्होंने कुछ तस्वीरें भी शेयर की हैं.
प्रियंका ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का संघर्ष जारी रहेगा.
कांग्रेस यूपी से एक के बाद एक सामने आती रेप की घटनाओं पर योगी आदित्यनाथ की सरकार पर हमलावर होती दिख रही है.
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि राहुल और प्रियंका यूपी आकर अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेंकना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, ''राजस्थान के अंदर जाने का शौक़ उनको (कांग्रेस नेता) नहीं पड़ा है. आप वहां जाइए जहां आपकी सरकार है. क्या हो रहा है वहां पर इसका जवाब देंगे. प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी या शांत बैठे रहेंगे.''
उधर यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती ने योगी आदित्यराज को मुख्यमंत्री से हटाने या फिर राष्ट्रपति शासन लागू करने की अपील की है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश में क़ानून व्यवस्था और महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध को देखते हुए केंद्र को योगी आदित्यनाथ को हटाकर किसी 'क़ाबिल' आदमी को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए और अगर यह संभव नहीं है तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया जाना चाहिए."
सोनिया गांधी का बयान
काँग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बयान के बाद जब राहुल और प्रियंका गांधी के हाथरस के लिए रवाना होने की ख़बरें सामने आईं तो नोएडा के फ़्लाइवे पर अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात कर दिए गए और सुरक्षा बढ़ा दी गई.
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इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता डीएनडी फ़्लाइवे पर ही बैठकर योगी सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी करने लगे.
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने हाथरस मामले पर एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट किए हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफ़े की माँग की है.
राहुल गांधी ने लिखा, "भारत की एक बेटी का रेप-क़त्ल किया जाता है, तथ्य दबाए जाते हैं और अंत में उसके परिवार से अंतिम संस्कार का हक़ भी छीन लिया जाता है. ये अपमानजनक और अन्यायपूर्ण है.''
प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पूछे तीन सवाल
- परिजनों से ज़बरदस्ती छीनकर पीड़िता के शव को जलवा देने का आदेश किसने दिया?
- पिछले 14 दिन से कहाँ सोए हुए थे आप? क्यों हरकत में नहीं आए?
- और कब तक चलेगा ये सब? कैसे मुख्यमंत्री हैं आप?
इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से सोनिया गांधी का एक बयान जारी किया था.
सोनिया गांधी ने कहा, "मरने के बाद भी इंसान की एक गरिमा होती है. हमारा हिन्दू धर्म उसके बारे में भी कहता है. मगर उस बच्ची को अनाथों की तरह पुलिस की ताक़त के ज़ोर से जला दिया गया."
हाथरस के अलावा कांग्रेस नेतृत्व बलरामपुर में भी दलित लड़की के कथित गैंगरेप पर तेज़ी से हमलावर हो रहा है. वहीं, कांग्रेस के आरोपों के जवाब में अब बीजेपी भी पलटवार कर रही है.
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