ट्रंप प्रशासन में भारतीय मूल की निक्की हेली

निक्की हेली

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निक्की हेली

अमरीका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने अपने अधिकारियों की नियुक्ति शुरू कर दी है.

इन नियुक्तियों में भारतीय मूल की निक्की हेली को बड़ी ज़िम्मेदारी मिली है.

ट्रंप ने उन्हें संयुक्त राष्ट्र में अमरीका का प्रतिनिधि नियुक्त किया है.

ट्रंप प्रशासन में कैबिनेट रैंक हासिल करने वाली वो भारतीय मूल की पहली महिला हैं.

हेली के माता-पिता भारत से जाकर अमरीका में बसे थे.

चुनाव प्रचार के दौरान वो ट्रंप की कट्टर विरोधी रहीं थीं.

44 साल की हेली को रिपब्लिकन पार्टी में एक उभरते हुए सितारे के रुप में देखा जा रहा है और वो अमरीका में सबसे कम उम्र की गवर्नर बनीं थीं.

हालांकि उन्होंने ट्रंप को वोट दिया था लेकिन ये कहते हुए अफ़सोस जताया था कि वो न तो ट्रंप की और न ही हिलेरी क्लिंटन की फ़ैन हैं.

निमराता निक्की रंधावा के नाम से एक सिख परिवार में जन्मी निक्की हेली अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाली पहली महिला थीं जो साउथ कैरोलाइना की गवर्नर बनीं. उनसे पहले कोई महिला साउथ कैरोलाइन की गवर्नर नहीं बनी थीं.

उन्होंने सीरिया से आने वाले प्रवासियों का सार्वजनिक तौर पर विरोध किया था और ओबामा प्रशासन के हेल्थकेयर क़ानून का भी विरोध किया था.

वो साउथ कैरोलाइना की दो बार गवर्नर चुनी गईं हैं. पहली बार वो 2010 में चुनी गईं थीं. उससे पहले वो अमरीका के निचले सदन यानी प्रतिनिधि सभा की छह साल तक सदस्य रह चुकी हैं.

सिख परिवार में जन्मी निमराता रंधावा ने बाद में इसाई धर्म अपना लिया था. उनके पति माइकल हेली अमरीका के आर्मी नेशनल गार्ड में कैप्टन हैं और उनके दो बच्चे हैं.

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