ख़तरे में ज़िन्दगी

ख़तरे में ज़िन्दगी

इराक़ी सेना ने छह हफ्ते पहले मूसल को आईएस के नियंत्रण से वापस लेने के लिए जो अभियान शुरू किया था, उसकी वजह से हज़ारों नागरिक विस्थापित हुए हैं. यही लोग अब चरमपंथियों के अत्याचारों के बारे में खुलकर बात कर रहे हैं.