टॉयलेट नोट ने उसे तस्करों के चंगुल से बचाया
जब शेलिया फ़ेडरिक ने विमान में एक अस्तव्यस्त और परेशान नज़र आ रही लड़की को एक सूट-बूट वाले बुज़ुर्ग के बगल में बैठे देखा तो उन्हें चिंता हुई.
विमान परिचारिका शेलिया ने एनबीसी को बताया, "ऐसा लग रहा था कि लड़की किसी नर्क होकर गुज़री है और वो बुज़ुर्ग उन्हें लड़की से बात नहीं करने देंगे."
शेलिया ने विमान के टॉयलेट में लड़की के लिए एक नोट छोड़ा जिसमें लिखा था कि अगर लड़की को किसी मदद की ज़रूरत है तो वो बताए.
बाद में पता चला कि लड़की मानव तस्करी की शिकार थी और विमान परिचारिका शेलिया फ़ेडरिक की आशंकाओं ने उसे बचाने में मदद की.
शेलिया के बताने पर विमान के पायलट ने पुलिस को इसकी सूचना दी. जब विमान अपने गंतव्य पर पहुंचा तो पुलिस इंतज़ार कर रही थी.
साल 2011 में अलास्का एयरलाइन में हुई इस घटना की अमरीकी मीडिया में इसी हफ़्ते रिपोर्टिंग हुई जब चैरिटी संस्था एयरलाइन एंबेसडर्स एयरलाइन स्टाफ़ को इस बात का प्रशिक्षण दे रही थी कि मानव तस्करी से कैसे निबटा जाए.
एयरलाइ एंबेसडर की वेबसाइट के मुताबिक मानव तस्करी के पीड़ित भयभीत और अपने गंतव्य को लेकर परेशान नज़र आ सकते हैं. ऐसे लोग सिखाया हुआ जवाब देते नज़र आ सकते हैं और ऐसे कपड़ों में हो सकते हैं जो गंतव्य स्थान के अनुकूल न हो.
एयरलाइन एंबेसडर ने आगे बताया कि ऐसे तस्करी के मामलों में ऐसा हो सकता है कि पूछे जाने पर पीड़ित की बजाए तस्कर ही जवाब दें, वो पीड़ित पर लगातार नज़र रखें और पीड़ित का नाम और उनके बारे में कोई और जानकारी भी उन्हें न हो.
संस्थान की संस्थापक नैन्सी रिवर्ड ने एनबीसी को बताया, "हम लोगों को बताते हैं कि ऐसे पीड़ितों की मदद करने की कोशिश न करें क्योंकि इससे पीड़ित और ख़ुद उनके लिए ख़तरा पैदा हो सकता है."
इसकी बजाए एयरलाइन एंबेसडर्स विमान परिचारिकाओं को बताता है कि ऐसे किसी संदिग्ध के साथ सीधे न उलझें या फिर चिंता भी ज़ाहिर न करें. इसकी जगह पायलट को बताएं कि रेडियो के ज़रिए वो अगले एयरपोर्ट तक सूचना पहुंचा दे.
फ़ेडरिक के मामले में ऐसा हुआ था कि वो लड़की को फुसफुसाकर विमान के टॉयलेट तक जाने का संदेश देने में सफल रही थी.
फ़ेडरिक ने टेन न्यूज़ को बताया कि उन्होंने लड़की के लिए टॉयलेट के मिरर में एक नोट छोड़ा था जिसमें लिखा था कि "अगर मदद की ज़रूरत हो तो बताओ."
मानव तस्करी का शिकार हुई लड़की अब कॉलेज जाती है और उसने फ़ेडरिक से संपर्क बनाए रखा है.
नेशनल ह्यूमन ट्रैफ़िकिंग हॉटलाइन के मुताबिक साल 2016 में अमरीका में 7,572 मामले रिपोर्ट किए गए थे.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)