दक्षिण कोरिया ने अमरीका से उत्तर कोरिया के साथ युद्ध से बचने का आग्रह किया

दक्षिण कोरिया ने अपने सहयोगी अमरीका से उत्तर कोरिया के साथ संभावित युद्ध से बचने का आग्रह किया है.
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे-इन ने अमरीकी सेना के जनरल जोसेफ़ डनफ़र्ड से इस बारे में बात की है.
डनफ़र्ड दक्षिण कोरिया के बाद जापान और चीन की यात्रा पर जाएंगे.
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उत्तर कोरिया की धमकी का असर
उत्तर कोरिया ने सोमवार को कहा है कि किसी भी तरह का युद्ध परमाणु युद्ध में बदल सकता है.
उत्तर कोरियाई मीडिया एजेंसी केसीएनए ने कहा है, "ये संघर्ष किसी छोटी घटना से भी भड़क सकता है. लेकिन समस्या ये है कि अगर युद्ध होता है तो यह परमाणु युद्ध में ही बदलेगा. हम हर पल अमरीका पर नज़र रख रहे हैं."
दक्षिण कोरिया है बेहद परेशान
जनरल जोसेफ़ डनफ़र्ड ने कहा है कि इस संकट को सुलझाने के लिए बातचीत ही प्राथमिकता थी, लेकिन सैन्य विकल्पों को इसलिए तैयार रखा जा रहा है ताकि उत्तर कोरिया के ख़िलाफ़ लगाए जा रहे प्रतिबंध के बेअसर होने पर इन्हें इस्तेमाल किया जा सके."
चीन को उत्तर कोरिया से 'इश्क' क्यों है?
उन्होंने कहा, "एक सैन्य अधिकारी के रूप में ये मेरा काम है कि मैं ये सुनिश्चित करूं कि राजनयिक और आर्थिक दवाब वाली रणनीति असफ़ल होने पर सैन्य विकल्प मौजूद रहें"
वहीं, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने अपने सलाहकारों के साथ हुई बैठक में कहा है कि हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता राष्ट्रहित है और दक्षिण कोरिया का देश हित शांति में है.
वे आगे कहते हैं कि 1950-53 के युद्ध में लाखों लोगों की जान गई थी और शहरों के नष्ट होने के बाद प्रायद्वीप दो हिस्सों में बंट गया.
राष्ट्रपति मून ने उत्तर कोरिया से भी शांति बनाए रखने की अपील की है.
चीन और अमरीका बना रहे हैं दवाब
चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने भी सोमवार को ही उत्तर कोरिया से आने वाली कई चीजों के आयात पर रोक लगाने का आदेश दिया है.
सयुंक्त राष्ट्र इससे पहले ही उत्तर कोरिया पर कई प्रतिबंध लगा चुका है.
चीन ने मंगलवार को आयरन, आयरन ओर, और सीफ़ूड के आयात पर भी प्रतिबंध लगाने के संकेत दिए हैं.
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