अमरीकी टीवी प्रेज़ेंटर ने कहा - ट्रंप उल्लू हैं!

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टॉमी लैहरेन
अमरीका में एक टीवी प्रेज़ेंटर ने ग़लती से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 'उल्लू' कह दिया है. हालाँकि, उनका इरादा उनकी तारीफ़ करने का था, पर हिंदी में बात उल्टी हो गई.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टॉमी लैहरेन ने मंगलवार को एक वीडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर डाला था. जिसमें उन्होंने मुहावरे का हिंदी में अनुवाद करते हुए कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप आउल (उल्लू) की तरह चालाक हैं जैसा कि आप हिंदी में कहते हैं ना उल्लू की तरह.”
हालांकि लगता है कि उन्होंने यह वीडियो हटा लिया है. उन्होंने इस मुद्दे पर अब तक कुछ बोला नहीं है. बीबीसी ने भी टॉमी लैहरेन से उनकी प्रतिक्रिया के लिए संपर्क किया था.
सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो चुके इस वीडियो पर यूज़र्स मज़े ले रहे हैं.
हिंदू धर्म में उल्लू को धन-संपदा की देवी लक्ष्मी का सवारी बताया गया है. कई लोग मानते हैं यह पक्षी पवित्रता से जुड़ा हुआ है.
कहा जाता है कि यह पक्षी बुद्धिमता और चालाकी का प्रतीक होता है लेकिन आम धारणा में उल्लू किसी को मूर्ख बताने में इस्तेमाल किया जाता है.
टॉम लैहरेन एक पुरातनपंथी राजनीतिक टिप्पणीकार हैं. 2016 के चुनाव के दौरान वो अपनी ऑनलाइन राजनीतिक टिप्पणियों के लिए चर्चा में आई थीं.
उनके फेसबुक पर लाखों फॉलोवर्स हैं और अक्सर ही उनके वीडियो वायरल हो जाते हैं.
उन्होंने अपने सबसे ताज़ा वीडियो में अमरीका में रह रहे भारतीय डायस्पोरा का ट्रंप के ‘मेक अमरीका ग्रेट अगेन’ एजेंडा को समर्थन करने के लिए आभार व्यक्त किया है.
ट्विटर पर वायरल हो चुके इस वीडियो के बारे में एक कॉमेडियन अली असगर अबेदी ने दावा किया है कि उन्होंने लैहरेन के साथ कैमियो नाम के ऐप का इस्तेमाल कर नाटक किया.
ये ऐप लोगों को जो भी बताया गया उसे बोल देने के लिए पैसे देता है.
उन्होंने ब्रिटिश ऑनलाइन अखबार इंडिपेंडेंट से कहा है कि ट्रंप की एक प्रमुख समर्थक ने वाकई में ‘उल्लू’ का क्या मतलब होता है, यह जानने की जहमत नहीं उठाई लेकिन उन्होंने इससे 85 डॉलर कमा लिए.
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भारतीयों को लुभाने की कोशिश
दो देश,दो शख़्सियतें और ढेर सारी बातें. आज़ादी और बँटवारे के 75 साल. सीमा पार संवाद.
बात सरहद पार
समाप्त
समझा जाता है कि टॉमी लैहरेन ने यह वीडियो भारतीय वोटरों को लुभाने की कोशिश के लिए बनाया था.
3 नवंबर को अमरीका में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं. भारतीय मूल के करीब 45 लाख वोटर अमरीका में हैं और अमरीका में यह एक मजबूत राजनीतिक ताकत की तरह उभर रहा है.
ज्यादातर भारतीय आम तौर पर डेमोक्रेट पार्टी को वोट देते रहे हैं. नेशनल एशियन अमरीकन सर्व के मुताबिक 2016 में केवल 16 फ़ीसद भारतीयों ने ट्रंप को वोट दिया था.
ट्रंप इस बार के चुनाव में भारतीय मूल के वोट पाने की उम्मीद कर रहे हैं.
पिछले साल सितंबर में वो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ टेक्सास के हाउसटन में ‘हाउडी मोदी’ कार्यकर्म में शामिल हुए थे.
उस वक्त पीएम मोदी ने कहा था कि, "आपको कभी भी राष्ट्रपति ट्रंप से बेहतर दोस्त नहीं मिल सकता है.”
इस साल की शुरुआत में डोनाल्ड ट्रंप भारत की यात्रा भी कर चुके हैं. इस दौरे पर वो गुजरात भी गए थे.
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि भारतीय वोटरों तक पहुँचने की ट्रंप की कोशिश इस बार थोड़ी रंग ला सकती है.
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