ईरान ने परमाणु समझौते पर अमल शुरू किया

ईरान के परमाणु कार्यक्रम संबंधी अंतरिम समझौता क्रियान्वित होना शुरू हो गया है.
ईरान के राष्ट्रीय टेलीविज़न चैनल के अनुसार ईरान ने उच्च स्तरीय यूरेनियम संवर्द्धन का काम रोकना शुरू कर दिया है.
लेकिन समझौते के अनुसार अभी संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था आईएईए को इसकी पुष्टि करना है.
इससे ईरान को यूरोपीय संघ और अमरीकी प्रतिबंधों में आंशिक छूट मिलने का रास्ता साफ़ होगा.
आशा व्यक्त की जा रही है कि इसके साथ ही ईरान पेट्रोलियम पदार्थों का अरबों डॉलर का निर्यात और सोने में व्यापार शुरू कर सकेगा.
अंतरिम समझौता
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थाई सदस्यों- अमरीका, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन और चीन के अलावा जर्मनी के साथ नवंबर में इसको लेकर अंतरिम समझौता हुआ था.
पश्चिमी देश ईरान पर परमाणु हथियार बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाते रहे हैं जबकि वह इन आरोपों से इनकार करता रहा है.
उसका कहना है कि परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से शांति प्रिय उद्देश्यों के लिए है.
सोमवार को आईएईए के निरीक्षक समझौते पर ईरान के क्रियान्वयन की पुष्टि करने वाले हैं. बीबीसी के यूरोप संवाददाता मैथ्यू प्राइस के मुताबित निरीक्षक अपने निष्कर्ष ब्रसेल्स भेजेंगे.
इसके बाद यूरोपीय संघ के मंत्री और ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग ईरान के खिलाफ़ साल 2006 से लगाए गए प्रतिबंधों में आंशिक ढील देने के पक्ष में सर्वसहमति में मतदान करेंगे. इसके कुछ घंटों के भीतर ईरान के व्यापार पर लगे प्रतिबंध खत्म हो जाएंगे.
रविवार को ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जउआद जाफ़री ने अपने देश के साथ-साथ क्षेत्र और वैश्विक शांति व सुरक्षा के लिए सकारात्मक परिणाम आने की आशा व्यक्त की थी.
समझौते के तहत ईरान को पांच फीसदी से अधिक की शुद्धता वाले यूरेनियम का शोधन रोकना और उसे अपने भंडार से करीब 20 फीसदी शुद्धता तक शोधित यूरेनियम को हटाना होगा.
इसके बदले में वैश्विक शक्तियां ईरान को सोना और अन्य कीतमी धातुओं में व्यापार और पेट्रोलियम पदार्थों के निर्यात की अनुमति देंगी.
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