क्यों मिल रही हैं मैक्सिको में क़ब्रें?

मैक्सिको के दक्षिणी शहर इगुआला, गुरेरो में सितंबर महीने में 43 छात्र लापता हुए जिनकी लाशें एक छुपी हुई क़ब्र में मिली हैं.
ये कोई एक घटना नहीं है. वर्ष 2009 से लेकर अब तक मैक्सिको के 32 राज्यों में से 16 में लाशों वाली ऐसी कई क़ब्रें मिली हैं.
अधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रपति फ़ेलिपे कालड्रन ने ड्रग्स के ख़िलाफ़ जो अभियान शुरु किया है ये क़ब्रें उन्हीं का नतीजा हैं.
छुपी हुई क़ब्रों की संख्या इतनी बड़ी है कि मानवाधिकार संस्थाएं आरोप लगाती हैं कि देश की कई क़ब्रगाहों का आधा हिस्सा ऐसी क़ब्रों से भरा हुआ है लेकिन इनके बारे में कोई बात तक नहीं करता है.
अख़बार रिफॉर्मा, सरकारी रिपोर्टों का हवाला देते हुए लिखता है कि पिछले आठ सालों में इस तरह की क़ब्रों में 1200 से अधिक लाशें मिल चुकी हैं.
गंभीर समस्या
लेकिन इनमें से सिर्फ़ 11 प्रतिशत लाशों की ही पहचान हो पाई है और वो भी डीएनए के ज़रिए. अख़बार को भी ये सरकारी रिपोर्ट तब मिली जब अख़बार ने इस रिपोर्ट की मांग ट्रांसपैरेंसी क़ानून के तहत की.
मेक्सिकन इंस्टीट्यूट फ़ॉर ह्यूमन राइट्स एंड डेमोक्रेसी के निदेशक एडगर कोर्तेज़ बीबीसी से कहते हैं, ''गुरेरो देश के बीचोबीच बसा शहर है और यहां छुपी हुई क़ब्रों का होना दर्शाता है कि देश में ग़ायब हो रहे लोगों की समस्या कितनी गंभीर हो चुकी है.''
वो बताते हैं, ''पिछले कुछ समय में पुलिस, सरकारी एजेंटों और संगठित अपराधियों के लिए लोगों को ग़ायब करना बहुत आसान हो गया है.''
कोर्तेज़ बताते हैं कि पुलिस और ख़ुफ़िया सेवाओं की तरफ़ से ग़ायब लोगों को खोजने का कोई प्रयास भी नहीं किया जाता है.
उदाहरण के लिए ग़ायब लोगों के बारे में मैक्सिको में कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं है. विदेश मंत्री जहां ये आंकडा 16 हज़ार बताते हैं वहीं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अनुसार ये आंकड़ा 24 हज़ार का है.
ये किसी को नहीं पता कि ग़ायब लोगों के साथ होता क्या है लेकिन अधिकारों के लिए काम कर रही संस्थाएं भी मानती हैं कि अधिकतर लोग उन्हीं इलाक़ों में क़ब्रों में समा रहे हैं जहां ड्रग्स गैंगों के बीच लड़ाई चल रही है.
अनुभव की कमी
ग़ायब होने वाले परिवारों के लोग स्थानीय अधिकारियों की आलोचना करते हैं कि वो उस स्थान को सुरक्षित भी नहीं करते जहां ऐसी क़ब्रें मिलती हैं ताकि आगे जांच हो सके.
ग़ायब लोगों के लिए चलने वाला संस्थान फुनडेक सरकार पर आरोप लगता है कि ''अपराध स्थल को सुरक्षित करने की सामान्य क़ानून प्रक्रिया का पालन तक नहीं किया जाता है. टेलीविज़न स्टेशनों के लोग इन क़ब्रों पर घूमने लगते हैं.''
कोर्तेज़ कहते हैं कि समस्या सिर्फ़ इतनी नहीं है और मैक्सिको के अभियोजन पक्ष के वकीलों के पास अनुभव की भी कमी है. वो बताते हैं, ''चाहे इन क़ब्रों का मामला हो या कोई और अपराध, वकील यहां इंतज़ार करते हैं कि लोग इशकी रिपोर्ट करें और परिवार के लोग ही सबूत लेकर आएं.''
कोर्तेज़ के अनुसार कई मामलों में दुखी परिवार को ही दस्तावेज़ तैयार करने होते हैं और सबूत भी लाने होते हैं जो कि पुलिस और जांचकर्ताओं का काम होना चाहिए.