प्यार, इश्क़ और मुश्किल
प्यार, इश्क़ और मुश्किल
घर से भागे प्रेमी जोड़ों के लिए सरकारी संरक्षण में एक पनाहगाह है. ये कोई क़ैदख़ाना नहीं. ये उन जोड़ों के लिए आसरा है जिनके अपने घरवाले ही दुश्मन बन गए हैं.
यहां के इंचार्ज का दावा है कि पिछले दस साल में 400 जोड़े यहां आ चुके हैं, जिनमें से 95 फ़ीसदी अलग-अलग जाति या धर्म के थे.
शूट-एडिट: बुशरा शेख़