'कोई बिना मर्ज़ी के मुझ पर पानी भी क्यों फ़ेंकेगा?'
'कोई बिना मर्ज़ी के मुझ पर पानी भी क्यों फ़ेंकेगा?'
होली के मौक़े पर रंग लगाने और मस्ती-मज़ाक के लिए अक्सर ''बुरा ना मानो होली है'' का सहारा लिया जाता है. लेकिन सवाल ये है कि आप होली के बहाने किसी के साथ कुछ भी करेंगे और वो बुरा नहीं मानेगा?
रिपोर्ट: सिन्धुवासिनी
शूट/एडिट: बुशरा शेख़