'मेरा बेटा रोता रहा, एसपी अंकल शोरूम बचा लीजिए'
'मेरा बेटा रोता रहा, एसपी अंकल शोरूम बचा लीजिए'
26 मार्च को रामनवमी के जुलूस के दौरान बिहार के औरंगाबाद में कई दुकानों को आग लगा दी गई.
बहुत से लोगों की रोजी रोटी राख के ढेर में तब्दील हो गई.
इन दंगों का शिकार औरंगाबाद के इमरोज़ ख़ान भी हुए. इमरोज़ का औरंगाबाद में जूते का शोरूम था. इमरोज़ बताते हैं कि वो खाड़ी के देशों से पैसा कमाकर लौटे थे और ये शोरूम खोला था. लेकिन दंगाइयों ने इसे जला दिया.
सुनिए इमरोज़ ख़ान से बीबीसी संवाददाता रजनीश कुमार की बातचीत.