Corona Virus के साथ-साथ नरेंद्र मोदी इस मुसीबत से कैसे निपटेंगे?
कोरोना वायरस से कुल कितनी तबाही हुई, इसका सही अंदाज़ा इसके ख़त्म होने के बाद ही मिलेगा.
लेकिन इसमें कोई शक़ नहीं कि दुनिया के विकसित देश और आर्थिक सुपर पावर एक बड़े संकट का सामना कर रहे होंगे.
दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत का भी कुछ ऐसा ही हाल हो सकता है. करोड़ों लोग फिर से ग़रीबी रेखा के नीचे जा सकते हैं. ग़रीब किसान और मज़दूरों की जेबों से पैसे गायब हो सकते हैं.
मध्यम वर्ग के लाखों लोगों की नौकरियां जा सकती हैं या फिर उनके वेतन घट सकते हैं.
बड़े कारोबारियों पर बैंकों का काफ़ी कर्ज़ हो सकता है. उद्योगपतियों की कंपनियों का मुनाफ़ा कम हो सकता है.
इन तमाम संभावित मुश्किलों के सामने मोदी सरकार की क्या भूमिका होगी? क्या उसके पास हालात संभालने के लिए पर्याप्त पूंजी है?
वीडियो: ज़ुबैर अहमद और देबलिन रॉय
- कोराना: भारत में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन दवा की कमी होने का डर
- कोरोना वायरस: किस हाल में हैं लॉकडाउन के बाद हॉस्टल में फंसे स्टूडेंट्स
- कोरोना वायरस: सचिन नायक, वो डॉक्टर जिन्होंने कार में बनाया घर
- कोरोना वायरस के क्या हैं लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव
- कोरोना वायरस: लॉकडाउन बढ़ाना मजबूरी है या फिर ग़ैर-ज़रूरी
- कोरोना वायरसः क्या 5G टेक्नॉलॉजी से भी संक्रमण फैल सकता है?
इमेज स्रोत, GoI
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)