लॉकडाउन में कैसे तबाह हुई चाय बाग़ान मज़दूरों की ज़िंदगी
लॉकडाउन में कैसे तबाह हुई चाय बाग़ान मज़दूरों की ज़िंदगी
भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है लेकिन बड़ी अर्थव्यवस्था होने से इस पर कोरोना वायरस महामारी का असर नहीं पड़ा ऐसा नहीं है.
मार्च के बाद से यहां बेरोजगारों की संख्या बढ़कर 1 करोड़ हो गई है.
भारत का चाय उत्पादन भी इससे बुरी तरह प्रभावित हुआ है जो लाखों की संख्या में मज़दूरों को रोज़गार देता है.
देश की सबसे पुरानी चाय कंपनी असम कंपनी लिमिटेड के दो सौ साल के इतिहास में पहली बार कंपनी को पूरी तरह से काम बंद करना पड़ा.
अब चाय बागानों में काम तो शुरू हो चुका है लेकिन मज़दूर अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं.
ये वीडियो बीबीसी के विशेष 'लॉकडाउन में आजीविका' सिरीज़ का हिस्सा है.
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