कोरोना: 'हम कचरे का डिब्बा नहीं जो कहीं भी छोड़ दिया'

कोरोना: 'हम कचरे का डिब्बा नहीं जो कहीं भी छोड़ दिया'

"हम कचरे का डिब्बा नहीं हैं जो हमें कहीं भी छोड़ दिया जाए. मैडम हमें कचरे से उठाकर नहीं लाई थीं."

बेरूत के कई घरों में काम करने के लिए इथियोपिया की औरतों को रखा जाता है लेकिन इन दिनों कोरोना वायरस की मार के कारण इनके मालिक इन्हें वेतन नहीं दे पा रहे हैं.

इतना ही नहीं, कई इथियोपियाई औरतों को ले जाकर उनके दूतावास के सामने सड़क पर छोड़ दिया गया. देखिए, इनकी आपबीती.

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