मलेशिया ने पाम ऑयल को 'ख़ुदा का तोहफ़ा' क्यों कहा?

मलेशिया ने पाम ऑयल को 'ख़ुदा का तोहफ़ा' क्यों कहा?

दुनिया भर में पाम ऑयल के इस्तेमाल के ख़िलाफ़ हो रही लामबंदी को देखते हुए मलेशिया ने एक नया नारा दिया है, 'पाम ऑयल ख़ुदा का तोहफ़ा है.'

मलेशिया दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा पाम तेल उत्पादक और निर्यातक देश है.

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़ मलेशिया के एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि पर्यावरण पर पाम तेल के नकारात्मक असर की चौतरफ़ा हो रही आलोचना को देखते हुए उनका देश अब इस नारे का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस्तेमाल करेगा.

पिछले हफ़्ते ही मलेशिया ने राष्ट्रीय स्तर पर इस स्लोगन की शुरुआत की थी. देश के बाग़बानी उद्योग और कमोडिटी मामलों के उपमंत्री विली मॉन्गिन ने मंगलवार को संसद में बताया था, "सरकार इस नारे का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार करने के लिए प्रतिबद्ध है."

आवाज़ः गुरप्रीत सैनी

(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)