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रविवार, 26 मई, 2002 को 15:17 GMT तक के समाचार मंगल पर बर्फ़ मिली
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मंगल पर बर्फ़ का पता ओडिसी अंतरिक्ष यान की मदद से लगा
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मंगल ग्रह पर धरातल के नीचे काफी मात्रा में बर्फ़ पायी गयी है.
अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की यह अब तक की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है.
इस बात का पता लगने के बाद मंगल पर जीवन है अथवा नहीं इस रहस्य से परदा उठने की उम्मीद है.
ऐसा माना जा रहा है कि इस निष्कर्ष के बाद नासा 20 वर्षों के अंदर अंतरिक्ष यात्रियों को मंगल पर भेजने की घोषणा कर सकता है.
पानी कहाँ गया
 गामा रे तस्वीर में नीला हिस्सा पानी माना जा रहा है | अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी, नासा आगामी गुरुवार को इसकी आधिकारिक रूप से घोषणा करने वाली है.
नासा ने यह निष्कर्ष ओडिसी अंतरिक्ष यान की सूचनाओं के आधार पर निकाला है.
इसके पहले भी ऐसे संकेत मिले थे कि मंगल पर पानी बर्फ़ के रूप में मौजूद है.
जीवन की तलाश
इस निष्कर्ष के बाद वैज्ञानिक इस बात का पता लगाने में लग गए हैं कि क्या मंगल पर जीवन की भी संभावना है?
 जिन क्षेत्रों में बर्फ़ के संकेत मिले हैं, वहाँ जीवन की संभावना है | पानी जीवन के लिए आवश्यक तत्व माना जाता है और इस खोज से मंगल में जीवन की संभावना को बल मिला है.
ऐसा माना जा रहा है कि वहाँ पहले जीवन था और शायद अब भी हो सकता है.
वैज्ञानिक अब चट्टानों के नीचे से इस बर्फ़ को निकाल कर पृथ्वी पर लाने को प्राथमिकता मान रहे हैं.
मंगल पर जिस मात्रा में बर्फ़ का अनुमान लगाया गया है, यदि वह पिघल जाए तो पूरे मंगल ग्रह को 500 मीटर गहरे समुद्र में बदल सकती है. |
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