मानवाधिकार मामलों में उज़बेकिस्तान की आलोचना

मानवाधिकारों से जुड़ी संस्था ह्यूमन राइट्स वॉच का कहना है कि उज़बेकिस्तान में आपराधिक न्याय व्यवस्था के तहत अब भी प्रताड़ना का इस्तेमाल किया जा रहा है और पश्चिमी देश इस पर ध्यान भी नहीं दे रहे हैं.

प्रताड़ित हुए 100 से ज़्यादा लोगों, उनके परिजनों, वकीलों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के इंटरव्यू पर आधारित रिपोर्ट में संस्था ने ऐसे मामलों का ज़िक्र किया है जहाँ लोगों पर खौलता हुआ पानी डाल दिया गया, बंधकों को पीटा गया, उन्हें कलाई से बाँधकर लटका दिया गया या बलात्कार तक हुआ.

संगठन के अनुसार इन सबके बावजूद अमरीका और यूरोपीय संघ ने उज़बेकिस्तान में मानवाधिकारों को लेकर आँखें मूँद रखी हैं क्योंकि अफ़ग़ानिस्तान में नेटो सैनिकों की आपूर्ति के लिए उज़बेकिस्तान एक अहम रूट है.