बैडमिंटन स्टार किदाम्बी आगे क्या करना चाहते हैं?

इमेज स्रोत, Getty Images
पांच महीनों में चार सुपर सीरीज टाइटल जीत कर सुर्खियां बटोरने वाले बैडमिंटन खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत ने बीबीसी से बातचीत की और खेलों के भविष्य पर अपनी राय ज़ाहिर की.
कई बार खिलाड़ी संन्यास लेने के बाद कोच बन जाते हैं. चीन और इंडोनेशिया जैसे देशों में ऐसा अक्सर देखने को मिलता है. ऐसे में क्या भारत में भी खिलाड़ियों को कोच के तौर पर करियर चुनना चाहिए?
इस मामले पर किदाम्बी श्रीकांत मानते हैं, ''भारत में मज़बूत खिलाड़ी बनाने के लिए खिलाड़यों को भविष्य में कोच के तौर पर करियर अपनाने पर सोचना चाहिए.''
साथ ही किदाम्बी कहते हैं कि भारत में अपने देश के कोचों को काम की आज़ादी देने की ज़रूरत है. उन्होंने पुलेला गोपीचंद का उदाहरण देते हुए उन्हें भारत का एकमात्र स्टार कोच बताया.
किदाम्बी ने कहा, ''हर खेल अपने आप में अलग है और क्रिकेट की बैडमिंटन से तुलना नहीं की जा सकती.''
इमेज स्रोत, Getty Images
उन्होंने कहा, ''भारत में बैडमिंटन को लेकर दिलचस्पी बढ़ रही है, जो भविष्य में और भी बढ़ेगी.''
साथ ही बातचीत के दौरान किदाम्बी ने अपनी करियर प्लानिंग भी बताई.
उन्होंने कहा कि वह अगले 10 सालों तक खेल और अपने करियर पर ही ध्यान देना चाहते हैं. उन्होंने अपनी अकादमी खोलने की बात को ख़ारिज कर दिया.
किदाम्बी ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रयासों की प्रशंसा की और खेलों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद जताई.
हैदराबाद के रहने वाले किदाम्बी ने रविवार को फ्रेंच ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट जीत था. वह इस खिताब को जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं.